चाय की महिमा से सायद हि कोइ नावाकिफ हो। इन देवी के महिमा गान मे अपने राजर्षी जी भी हाल ही मे योगदान दे चुके है। प्यार मे भि उपस्थित रहती है, तकरार मे भि। दोस्ती मे भि और दुश्मनी मे भि। स्वागत मे भि, दुत्कार मे भि। समय बचाना है तो चाय, समय गुजारना है तो चाय। घूस देना है तो चाय, घूस खाना है तो चाय। दोस्ती करनी है तो चाय, दोस्ती से बचना है तो चाय। दिमाग काम कर रहा है तो चाय, दिमाग काम नहि कर रहा तो चाय। पधारे है तो चाय, विदा हो रहे है तो चाय। काम करना है तो चाय, काम करवाना है तो चाय। धोखा दिया है तो चाय, धोखा खाया है तो चाय। परेशान है तो चाय, खुश है तो चाय। जीवन भर के निर्णय चाय के साथ, निर्णय नहीं ले पा रहे तो भी चाय के साथ| अमीर है तो चाय पियेगा, गरीब है तो चाय हि पी सकता है। हमारा ऐसा कोई महत्वपूर्ण से महत्वपूर्ण एवम व्यर्थ से व्यर्थ क्षण न होगा जीवन का जो चाय की बेखबरी से गुजर गया हो। हाला कि चाय एक ऐसा पदार्थ है जो उप्रोक्त् किसी भि मौके मे लेने योग्य नहि दिखता। और गर्मी के ऐसे मौसम मे तो बिल्कुल नही। फिर भि हम सबसे ज्यादा येहि पेय लेना पसन्द करते है। शायद ९०% आबादी ऐसी होगी जो चाय पीना दिन मे एक बार से ज्यादा पसन्द न करती हो। और शायद इतने ही प्रतिशत ऐसी आबादी होगी जो दिन मे ३-४ चाय तो बिना खयाल के हि पी जाती हो। और अगर आप दिन मे ४ चाय लेते है तो समझिये कि ४ घन्टे तो आप रोजाना चाय को देते है, जो कि सामान्यत: लोग अपने जीवन साथी को भि देने से कतराते है। अन्य पेय की तरह, चाय के इतने कट्टर शत्रु भी नही है दुनिया मे। अपने बाबा जी भी तो कुछ खास विरोध नही करते, चाय का। कभी कभी तो लगता है जैसे अपनी रगो मे खून नही चाय दौड रही हो।
कारण क्या है भाई इनकी इतनी लोकप्रियता का?पहला सबसे बडा कारण आर्थिक: तमाम झन्झावतो के बावजूद मोहतरमा की कीमत वही की वही। दूध का दाम बढ गया शक्कर का दाम बढ गया, गैस के दाम बढ गये, पैकिन्ग के दाम बढ गये, पीने वालो की आमदनी बढ गयी लेकिन ये वहीं की वहीं| आप बिना जेब हल्की किये १०० लोगो को भी चाय पिला सकते है।
दूसरा बडा कारण:किसी दूसरे पेय की अपेक्षा चाय पीने में ठीक उतना ही समय लगता है जितने से उपरोक्त कामों को करने के लिए उचित माहौल कायम हो जाये| उतना ही समय लगता है जितने में मिलन होत जाए, व्यर्थ समय भी न जाये, आदि|
चाय की महिमा अपरम्पार...बढ़िया.
ReplyDeleteमाहौल अच्छा बना है. उपसंहार मे एक पैराग्राफ और बढाते तो सही रहता :-)
ReplyDelete