Tuesday, July 7, 2009

जोग


आन मिलो सांवरिया अब तो
अखियाँ पथ तक थाकीं रे
अरु माया सुझाए तंत्र प्रपंच
जग सखियाँ रैना हांसी रे
पथ काल दिशा जग सुबह निशा
भये विस्मक क्षलक लुभावन
कस पान करूँ तेरा प्रेम पिया
बन जाऊँ तेरी दासी रे

राम

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