बहे जा रहे धार में लेकिन, कहते अभी हम सफ़र में हैं;
कुछ करने का तो होश नहीं, बतलाते अभी के जोश में हैं;
भवंर में डूबे बुरी तरह, समझाते गहराई है कुछ कम;
फिसल रहे हैं पैर जमी पे, बस हवा से हाथ मिलाते हैं;
बर्बाद हुए हम तरह तरह, अपनों से आँख चुराते हैं;
कसमें लेते भुल जाने क़ी, पर दिल में उन्हें बिठाते हैं|
Ram
Only after last tree is cut down. The last of the water drop is poisoned. The last animal destroyed. Only then will you realize, you can't eat money............. Indian Prophecy
Monday, January 31, 2011
निराशा
बे खबर हो चले थे, कोई साथ नहीं मेरे;
तेरी चाह में हम, अब तक रहे सफ़र में;
मिलेगी कहीं तू कभी, ये तो नहीं पहचानते;
हैं गम कई जीवन में, मिलेंगी कभी खुशियाँ;
हांथो में होगा अपने, आँचल तेरा सुहाना;
ये ख्वाब हो चले हैं, हकीकत नहीं मानते;
अब हरकतें भी अपनी, मनहूस हो चली हैं;
जिस पर नजर गयी है, वो तारा नहीं रहेगा;
हमको खबर है लेकिन, लोग नहीं मानते|
Ram
तेरी चाह में हम, अब तक रहे सफ़र में;
मिलेगी कहीं तू कभी, ये तो नहीं पहचानते;
हैं गम कई जीवन में, मिलेंगी कभी खुशियाँ;
हांथो में होगा अपने, आँचल तेरा सुहाना;
ये ख्वाब हो चले हैं, हकीकत नहीं मानते;
अब हरकतें भी अपनी, मनहूस हो चली हैं;
जिस पर नजर गयी है, वो तारा नहीं रहेगा;
हमको खबर है लेकिन, लोग नहीं मानते|
Ram
प्रेरणा
बहुत खूबसूरत हैं दुनिया के मेले
सम्हल जा ओ प्यारे है चलना अकेले ;
जो थक कर रुकेगा, थाम उंगली चलेगा
मिलेगी न मंजिल, सफ़र में ही रहेगा
सम्हल जा ओ प्यारे ...
गीत जो हैं लुभावन वो तेरे नहीं हैं,
सुर सजते जो दिल पर वो अमृत न देंगे,
तुझे प्यासा तट तक है चलना अकेले,
चाहे ठोकरें ये तेरि जान ले लें,
सम्हल जा ओ प्यारे...
पहुंचकर तू मंजिल न खुद को भूल जाना,
मेरी याद आने पे न आंसू बहाना, अन्यथा
कुछ ख्वाहिशें उठेंगी अरमान भी जागेंगे
मैं आशा करुँगी मुझे साथ ले ले
सम्हल जा ओ प्यारे...
Ram
सम्हल जा ओ प्यारे है चलना अकेले ;
जो थक कर रुकेगा, थाम उंगली चलेगा
मिलेगी न मंजिल, सफ़र में ही रहेगा
सम्हल जा ओ प्यारे ...
गीत जो हैं लुभावन वो तेरे नहीं हैं,
सुर सजते जो दिल पर वो अमृत न देंगे,
तुझे प्यासा तट तक है चलना अकेले,
चाहे ठोकरें ये तेरि जान ले लें,
सम्हल जा ओ प्यारे...
पहुंचकर तू मंजिल न खुद को भूल जाना,
मेरी याद आने पे न आंसू बहाना, अन्यथा
कुछ ख्वाहिशें उठेंगी अरमान भी जागेंगे
मैं आशा करुँगी मुझे साथ ले ले
सम्हल जा ओ प्यारे...
Ram
बेवफा
राह में जिसकी हमने पलकों को बिछा छोड़कर,
अपने थे प्यारे थे जो उन सबसे नाता तोड़ दिया;
ख्वाब थे जो जिन्दगी में उनका भी गला घोंटकर,
पास बुलाती मंजिल को पाने का रस्ता छोड़ दिया;
इस रूह का तनहाइयों रुसवाइयों से दिल जोड़कर,
याद करके जिसको हमने रातों को सोना छोड़ दिया;
दिल्लगी का दर्द उनको बताने के लिए स्वीकार किया,
बस मेरे दिल को तोड़कर तनहा अकेला छोड़ दिया;
उन्हें नहीं मालूम शायद उन्होंने क्या गुनाह किया;
Ram
अपने थे प्यारे थे जो उन सबसे नाता तोड़ दिया;
ख्वाब थे जो जिन्दगी में उनका भी गला घोंटकर,
पास बुलाती मंजिल को पाने का रस्ता छोड़ दिया;
इस रूह का तनहाइयों रुसवाइयों से दिल जोड़कर,
याद करके जिसको हमने रातों को सोना छोड़ दिया;
दिल्लगी का दर्द उनको बताने के लिए स्वीकार किया,
बस मेरे दिल को तोड़कर तनहा अकेला छोड़ दिया;
उन्हें नहीं मालूम शायद उन्होंने क्या गुनाह किया;
Ram
प्रेम विराम
आज चांदनी भी कम थी, हमने सोचा वो आयेंगे;
वो डालें हम पे एक नजर, फिर दिल को हम बहलाएँगे;
इसी लिए उनकी राहों में, फूल नहीं बिखराए थे;
पलकें अपनी झुकी रहीं, वो उन्हें मसलकर चले गए;
हम चुपके से फिर लेट गए, आँखों ने सागर भर डाला;
दिल तनहा सा था दूर पड़ा, एक आह उठी और दर्द हुआ;
वो क्या जानें क्या बात हुई, सुबह खिली तब पता चला;
जो प्यार पारी से करता था, अब वो आवारा नहीं रहा;
Ram
वो डालें हम पे एक नजर, फिर दिल को हम बहलाएँगे;
इसी लिए उनकी राहों में, फूल नहीं बिखराए थे;
पलकें अपनी झुकी रहीं, वो उन्हें मसलकर चले गए;
हम चुपके से फिर लेट गए, आँखों ने सागर भर डाला;
दिल तनहा सा था दूर पड़ा, एक आह उठी और दर्द हुआ;
वो क्या जानें क्या बात हुई, सुबह खिली तब पता चला;
जो प्यार पारी से करता था, अब वो आवारा नहीं रहा;
Ram
लगन
यारा मेरे कर माफ़ मुझे, रश्ते में चला छोड़ तुझे ;
मत बताना ये खबर, उनको जिन्हें हम प्यार करते;
हैं बेवफा तो क्या हुआ, जहां की दीवारें पार करके;
चली आएँगी वो चिता पर, अश्कों से आँचल को भिगोते;
कंटक चुभेंगे पैर उनके, आह निकलेगी गले से;
चैन से मरने न देगी, जाएगी जिगर पार करते;
Ram
मत बताना ये खबर, उनको जिन्हें हम प्यार करते;
हैं बेवफा तो क्या हुआ, जहां की दीवारें पार करके;
चली आएँगी वो चिता पर, अश्कों से आँचल को भिगोते;
कंटक चुभेंगे पैर उनके, आह निकलेगी गले से;
चैन से मरने न देगी, जाएगी जिगर पार करते;
Ram
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